चंवर ढूंलावा श्याम धनी महे, केसर तिलक लगावा जी। थारी आंगन में जोत जलावा, बंधनवार सजावा जी। खम्मा घणी खम्मा घणी, म्हारे ठाकुर जी ने खम्मा घणी।खम्मा घणी खम्मा घणी, म्हारे श्याम धनी ने खम्मा घणी। हिवडे रा मोर बोले सा,म्हारे श्याम धनी ने खम्मा घणी।हिवडे रा मोर बोले सा,म्हारे श्याम धनी ने खम्मा घणी। […]