तर्ज, थाली भरकर लई खिचड़ी ब्रह्मलोक में ब्रह्मा नाचे शिव नाचे कैलाश में। सांवरियो गिरधारी नाचे वृंदावन के रास में।ब्रह्मलोक में ब्रह्मा नाचे शिव नाचे कैलाश में। सांवरियो गिरधारी नाचे वृंदावन के रास में। ऐसी मुरली बजाई रे सांवरा, मीठी-मीठी राग में।ऐसी मुरली बजाई रे सांवरा, मीठी-मीठी राग में। पागल हो गई सांवरा, थारी मुरली […]