दोहा,बिगड़ी बनाता है बाबा,हर एक पे रखता है करम। रुणिचा धाम वह धाम है, वह रहता है सबका भरम। तेरे दर पर आए हैं सुन राम सा ओ पीर, सबकी सुनता है तू मेरी सुन राम सा हे पीर।राम सा हे पीर बाबा राम सा हे पीर।राम सा हे पीर बाबा राम सा हे पीर।तेरे […]
दोहा,बिगड़ी बनाता है बाबा,हर एक पे रखता है करम। रुणिचा धाम वह धाम है, वह रहता है सबका भरम। तेरे दर पर आए हैं सुन राम सा ओ पीर, सबकी सुनता है तू मेरी सुन राम सा हे पीर।राम सा हे पीर बाबा राम सा हे पीर।राम सा हे पीर बाबा राम सा हे पीर।तेरे […]