म्हारे मन की पीड़ ना समझी, समझया म्हारा मन का भाव।म्हारे मन की पीड़ ना समझी, समझया म्हारा मन का भाव।म्हारे मन की पीड़ ना समझी, समझया म्हारा मन का भाव। छोड़ सिंहासन अपने गढ़ का ,श्याम पधारया म्हारे गांव।म्हारे मन की पीड़ ना समझी, समझया म्हारा मन का भाव।म्हारे मन की पीड़ ना समझी, […]