तर्ज, उड़ जा काले कवा खाटू वाले श्याम प्रभु, मुझे समझ नहीं आता। टूट न जाए रिश्ता अपना ,मन मेरा घबराता । इतनी दूर से बातें तेरी, कानों तक नहीं जाती। दर पे तेरे भीड़ बहुत है ,बातें हो नहीं पाती। तो ऐसा करो सांवरिया, घर आजा सांवरिया।ऐसा करो सांवरिया, घर आजा सांवरिया।ऐसा करो सांवरिया, […]