पहले सोने के सिक्के चलते थे ,अब चले गुलाबी नोट जमाना बदल गया
Category: shadi geet
लाडल बाई सिध चाल्या ।कोयल बाई सिध चाल्या।
कोयल बाई सिध चाल्या।
बन्ना हंसना नहीं बारात जाएगी।
बन्ना बन्नी से कहे बोलो मिलोगी कहाँ,
मेरी लाड़ो भूल ना जाना जाकर के ससुराल में।
नई बहू आई गुलाब फूल जैसी।
मच्छरदानी में हमको बुलावे सजना।
जोर को भरयो रे बीरा मायरियो।
मोती से जड़ा घागरा कोई लेकर आईयो रे।
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