हिंगलू भर बालद लाया रे
Category: gangor geet
ओ जी म्हारे आंगन कुवलो
ऊँच मग़रे ओ म्हारा हरिया जंवारा,
सँयों कुळ म ए फुलड़ा दोय बड़ा,
माँ गवरां थांने पूजूँ हूँ, हाथ जोड़ वर मांगूं हूं।
ईसर गवरां जद मिलेला, म्हारै मन रा फूल खिलेला
सात सहेल्यां र झुलर,म्हारी गवरल गयी रे तलाब
मेरी गवर बड़ी रंगीली कि, मस्ती बरसेगी गीतों में।
आ मायड री लाडकड़ी बाबोसा रे सिर री पगड़ी
गौरा म्हारी है मतवाली ईशर कामन गारा सा
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