भेदी भेद ना खुलने पाए,
चाहे धरती गगन टकराये,
Category: राम भजन लिरिक्स
Mere to aadhar sitaram ke charnarvind
विधाता अजब लिखी तकदीर, होना था अभिषेक राम का, वन को गए रघुवीर,
भजमन राम रे दीवाना नही तेरे भ्रम का नही ठिकाना।
राम ने रथ को हाँक दियो है
लक्ष्मण चल दियो साथ भजो भाई रामा
जिंदगी राम की देन है, इसके हरपल को जीना पड़ेगा,
नाम जपो, राम राम का नाम, प्यारे नाम जपो।
राम की सेना का बन कर के नायक सेना की हिम्मत बढ़ाते हैं,
राम दशरथ के घर जन्मे,
घराना हो तो ऐसा हो,
बड़ी देर भई, बड़ी देर भई,
कब लोगे खबर मोरे राम,
बड़ी देर भई,
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