राम मिल गए जी मुझे राम मिल गए।
Category: राम भजन लिरिक्स
मिथिला का कण-कण खिला जमाई राजा राम मिला,
मेरी झोपडी के भाग आज खुल जाएंगे राम आएँगे
चमन की सैर का था नाम फूलो का बहाना था
सीया सुकुमारी मिथिला की दुलारी,
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Shree ramaashtkam, श्री रामास्टकम
श्री रामास्टकम
मेरे हृदय में बस गए राम सिया राम।
सीता ऊबी अयोध्या रे माई राम रट लागी रे।
बधैया बाजे आँगने में,
झूला धीरे से झूलावो सुकुमारी सिया है।
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