जबसे लड़ी है अखियां,ये गिरधर के प्यार में। जीवन गुजार लूंगी, गिरधर के प्यार में।जबसे लड़ी है अखियां,ये गिरधर के प्यार में।
दिखलाए रंग दुनिया ने, अपने हिसाब से। वाफीक हूं मैं अब तक, सबके मिजाज से।दिखलाए रंग दुनिया ने, अपने हिसाब से। वाफीक हूं मैं अब तक, सबके मिजाज से। रंग ले मुझे सांवरिया, तू अपने ही प्यार में।जीवन गुजार लूंगी, गिरधर के प्यार में।जबसे लड़ी है अखियां,ये गिरधर के प्यार में।
राधा का प्रेम तुम हो, मीरा के मीत तुम। उद्धव का ज्ञान तुम हो सखियों का गीत तुम।राधा का प्रेम तुम हो, मीरा के मीत तुम। उद्धव का ज्ञान तुम हो सखियों का गीत तुम। बन जाऊं तेरी चाकर में ,दर्शन उधार दे।जीवन गुजार लूंगी, गिरधर के प्यार में।जबसे लड़ी है अखियां,ये गिरधर के प्यार में।
जबसे लड़ी है अखियां,ये गिरधर के प्यार में। जीवन गुजार लूंगी, गिरधर के प्यार में।जबसे लड़ी है अखियां,ये गिरधर के प्यार में।