कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे। जिस दिन समझोगे तब रोओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे।
कब तक तुम बिन यूं रह पाऊंगी।मुझको लगता है जी नहीं पाऊंगी।कब तक तुम बिन यूं रह पाऊंगी।मुझको लगता है जी नहीं पाऊंगी।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे। जिस दिन समझोगे तब रोओगे।
तुम बिन तुमसे क्या मांगा बताओ। और किसी को क्या चाहा बताओ। जितना मैं मरती हूं तुम पर कभी तो। प्यार जरा सा तो करके बताओ।प्यार जरा सा तो करके बताओ। कब तक यूं ही यह आंखें भीगाओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे। जिस दिन समझोगे तब रोओगे।
लाख लगाया लगा ना कहीं दिल। तुम पर ही आकर रुका हर दफा दिल। क्यों यह सताना बताओ भी कान्हा। मिलने को क्या-क्या किया ना मेरा दिल।मिलने को क्या-क्या किया ना मेरा दिल। कब तक बिरहा में यूं ही जलाओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे। जिस दिन समझोगे तब रोओगे।
कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे। जिस दिन समझोगे तब रोओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे।कान्हा तुम मेरा, प्रेम कब समझाओगे।