मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है। दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।
यह समझ सके ना कोई भी, कुलदेवी की क्या महिमा है।यह समझ सके ना कोई भी, कुलदेवी की क्या महिमा है। औकात नहीं मेरी कुछ भी, जो है वरदान उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।
मुझको जग की परवाह नहीं, मेरी मां राजी तो सब राजी।मुझको जग की परवाह नहीं, मेरी मां राजी तो सब राजी। घर में जो रुखा सुखा है, वह सब प्रसाद उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।
आना जाना जग वालों का, मां की मर्जी से होता है।आना जाना जग वालों का, मां की मर्जी से होता है। मेरा मान रहे चाहे ना रहे, सारा सम्मान उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।
जिसका घर है वही जाने ,घर कैसे उसे चलाना है।जिसका घर है वही जाने ,घर कैसे उसे चलाना है। हे जस बनकर सेवक हमको, करना गुणगान उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।
मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है। दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।मेरी कुटिया की मालिक वो, घर मेरा नहीं उसी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।दादी की कृपा से हर पल, घर में माहौल खुशी का है।