छोड़-छाड़ के दुनियादारी खाटू आया हूं ।क्या बतलाऊं सांवरिया में बड़ा सताया हूं। न जाऊंगा वापस जब तक, सुनोगे ना तुम बात मेरी। या तो मेरी अर्जी सुन लो, या फिर चलो साथ जी। खुद ही देखो चल कर मेरे, घर के क्या हालात जी।या तो मेरी अर्जी सुन लो, या फिर चलो साथ जी। खुद ही देखो चल कर मेरे, घर के क्या हालात जी।
मुरझाए जो फूल है बाबा, फिर से खिल जाएंगे। लाखों पापी तारे जैसे, हम भी तर जाएंगे।मुरझाए जो फूल है बाबा, फिर से खिल जाएंगे। लाखों पापी तारे जैसे, हम भी तर जाएंगे। तुम करना चाहो तो कुछ भी ,मुमकिन है सांवरिया। आंख दिखाने वाले भी ना ,आंख मिला पाएंगे। करूंगा चिंतन बस मैं तुम्हारा, दिन हो चाहे रात जी।या तो मेरी अर्जी सुन लो, या फिर चलो साथ जी। खुद ही देखो चल कर मेरे, घर के क्या हालात जी।या तो मेरी अर्जी सुन लो, या फिर चलो साथ जी। खुद ही देखो चल कर मेरे, घर के क्या हालात जी।
ना मांगू मैं सोने चांदी, दुखड़े ही बस हर लो। मेरे जीवन की विपदा को ,अपने बस में कर लो। घर वालों को खाटू लाऊं, हर ग्यारस पर बाबा। रिंगस से पैदल आऊंगा, तुम जो हाथ पकड़ लो। तुम चाहो तो हो जाएगी, खुशियों की बरसात जी।या तो मेरी अर्जी सुन लो, या फिर चलो साथ जी। खुद ही देखो चल कर मेरे, घर के क्या हालात जी।या तो मेरी अर्जी सुन लो, या फिर चलो साथ जी। खुद ही देखो चल कर मेरे, घर के क्या हालात जी।
सुना है तेरे दर आए को, तुम हें गले लगाता। मुझको भी चरणों में रख ले ,तेरा क्या रह जाता।सुना है तेरे दर आए को, तुम हें गले लगाता। मुझको भी चरणों में रख ले ,तेरा क्या रह जाता। पक्का भगत हूं मैं सांवरिया, कसम खिला ले सर की। सारी उमर ही दर के तेरे, गुण रहूंगा गाता। अब तो समझ लो सांवरिया, मित्तल के जज्बात जी।या तो मेरी अर्जी सुन लो, या फिर चलो साथ जी। खुद ही देखो चल कर मेरे, घर के क्या हालात जी।या तो मेरी अर्जी सुन लो, या फिर चलो साथ जी। खुद ही देखो चल कर मेरे, घर के क्या हालात जी।
छोड़-छाड़ के दुनियादारी खाटू आया हूं ।क्या बतलाऊं सांवरिया में बड़ा सताया हूं। न जाऊंगा वापस जब तक, सुनोगे ना तुम बात मेरी। या तो मेरी अर्जी सुन लो, या फिर चलो साथ जी। खुद ही देखो चल कर मेरे, घर के क्या हालात जी।या तो मेरी अर्जी सुन लो, या फिर चलो साथ जी। खुद ही देखो चल कर मेरे, घर के क्या हालात जी।