सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी। साथ सखियां सुघड़ सुकुमार, बड़ी मुस्काने लगी।
सिया छोटी और रघुवर लंबे।सिया छोटी और रघुवर लंबे।सिया छोटी और रघुवर लंबे।सिया छोटी और रघुवर लंबे। वह तो डाल ना पाई जय माल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।
बार-बार सिया जतन करे हैं।बार-बार सिया जतन करे हैं।बार-बार सिया जतन करे हैं।बार-बार सिया जतन करे हैं। प्रभु मंद मंद मुस्काये,प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।
कौतुक देख रहे नर नारी।कौतुक देख रहे नर नारी।कौतुक देख रहे नर नारी।कौतुक देख रहे नर नारी। देवरा लखन गए हैं भांप,प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।
दौडत आए लखन लाल जी।दौडत आए लखन लाल जी।दौडत आए लखन लाल जी।दौडत आए लखन लाल जी। प्रभु चरणों में झुक झुक जाए,प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।
झुक कर राम जी को लखन उठाये।झुक कर राम जी को लखन उठाये।झुक कर राम जी को लखन उठाये।झुक कर राम जी को लखन उठाये। सिया जयमाला पहराई,प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।
देख लखन की यह चतुराई।देख लखन की यह चतुराई।देख लखन की यह चतुराई।देख लखन की यह चतुराई। सिया देवरा पर बली बली जाए,प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।
सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी।सिया हाथों में लेकर जयमाल, प्रभु को पहरावान लगी। साथ सखियां सुघड़ सुकुमार, बड़ी मुस्काने लगी।