जय जय बाबा रामदेव, तुम सब के भाग्य विधाता। रूठ गया क्यों मेरा नसीबा, बोलो मेरे दाता।जय जय बाबा रामदेव, तुम सब के भाग्य विधाता। रूठ गया क्यों मेरा नसीबा, बोलो मेरे दाता। बोलो बोलो मेरे दाता, कुछ तो बोलो मेरे दाता।मेरे सबके भाग्य विधाता, मेरे सबके जीवन दाता।
खुशियां मेरी छीन गई क्यों, तुम्हें बताना होगा। कब तक सोया भाग्य हमारा, तुम्हें जागना होगा। डोल रही मझधार में नैया, दे दो इसे किनारा। छूट गया पतवार भी मेरा, वक्त की तेज है धारा। जाऊं मैं किसी और नजर को ,कुछ भी नहीं सुहाता।रूठ गया क्यों मेरा नसीबा, बोलो मेरे दाता। बोलो बोलो मेरे दाता, कुछ तो बोलो मेरे दाता। मेरे सबके भाग्य विधाता, मेरे सबके जीवन दाता।
मेरी भक्ति आज तुम्हारी, शक्ति से टकराएगी। मुझको है विश्वास की मेरी, पूजा व्यर्थ न जाएगी। धरती सुन ले ,अंबर सुन ले ,सुन ले दसों दिशाएं। अब ना यह फरियाद रुकेगी ,रोके लाखों बलाएं। भक्त और भगवान का होता, जनम जनम का नाता।रूठ गया क्यों मेरा नसीबा, बोलो मेरे दाता। बोलो बोलो मेरे दाता, कुछ तो बोलो मेरे दाता।मेरे सबके भाग्य विधाता, मेरे सबके जीवन दाता। बोलो बोलो मेरे दाता ,कुछ तो बोलो मेरे दाता।
जय जय बाबा रामदेव जो, शरण तुम्हारी आता। बिन मांगे सब कुछ मिल जाता, झोली भर के जाता। बाबा सब के भाग्य विधाता।बाबा सब के भाग्य विधाता।बाबा सब के भाग्य विधाता।बाबा सब के भाग्य विधाता।