जो बरस रहा सभी पर ,वो प्यार कब मिलेगा। कान्हा तेरी नजर का, वो दुलार कब मिलेगा।जो बरस रहा सभी पर ,वो प्यार कब मिलेगा। कान्हा तेरी नजर का, वो दुलार कब मिलेगा।
भटकाव है यह मन का, इस दिल का मुझको देने। चिंतन हो श्रेष्ठ मेरा, पावन का मुझको देने।भटकाव है यह मन का, इस दिल का मुझको देने। चिंतन हो श्रेष्ठ मेरा, पावन का मुझको देने। गीता में जो सुनाया, वो सार कब मिलेगा।जो बरस रहा सभी पर ,वो प्यार कब मिलेगा। कान्हा तेरी नजर का, वो दुलार कब मिलेगा।
मधुरस में भाव मेरा, प्रभु प्रेम में हो अर्पण। वंदन करूं मैं तेरा, मुझे ऐसा दो समर्पण।मधुरस में भाव मेरा, प्रभु प्रेम में हो अर्पण। वंदन करूं मैं तेरा, मुझे ऐसा दो समर्पण। मुझको सुदामा जैसा, सत्कार कब मिलेगा।जो बरस रहा सभी पर ,वो प्यार कब मिलेगा। कान्हा तेरी नजर का, वो दुलार कब मिलेगा।
माना की कुछ नहीं हूं ,ऐसा मुझे बना दो। रोशन हो जग ये सारा, ऐसी लगन लगा दो।माना की कुछ नहीं हूं ,ऐसा मुझे बना दो। रोशन हो जग ये सारा, ऐसी लगन लगा दो। अब धिर को दया का, उपहार कब मिलेगा।जो बरस रहा सभी पर ,वो प्यार कब मिलेगा। कान्हा तेरी नजर का, वो दुलार कब मिलेगा।
जो बरस रहा सभी पर ,वो प्यार कब मिलेगा। कान्हा तेरी नजर का, वो दुलार कब मिलेगा।जो बरस रहा सभी पर ,वो प्यार कब मिलेगा। कान्हा तेरी नजर का, वो दुलार कब मिलेगा।