राधे तेरी जीद में मैं भटकू यहां वहां। मैं यहां तन्हा तन्हा तुझे ढूंढूं कहां कहां।राधे तेरी जीद में मैं भटकू यहां वहां। मैं यहां तन्हा तन्हा तुझे ढूंढूं कहां कहां। तू बता दे जरा, तू छुपी है कहां ।जरा चांद से मुखड़े को, सामने तो ला। ओ राधा, है छीपी तू कहां। ओ राधा, जरा सामने आ।ओ राधा, है छीपी तू कहां। ओ राधा, जरा सामने आ।
तेरी चाहत से सावन बरसे, तेरे बिन यह कान्हा तरसे। यमुना किनारे बजाऊं बांसुरिया, देखने को मेरा मन तरसे। राधे राधे राधे बरसाने वाली राधे। तूं ढूंढना चाहे जिसे,तेरे मन में है वो राधे।
पत्ता पत्ता इस दुनियां का जाने मेरा नाम।तेरे नाम के साथ ही, जुड़ा है मेरा नाम।पत्ता पत्ता इस दुनियां का जाने मेरा नाम।तेरे नाम के साथ ही, जुड़ा है मेरा नाम।तेरे बिन ओ श्याम मेरा कोई मतलब ही नहीं।इतनी प्यारी सूरत मैने देखी कहीं नहीं। तूं आजा उसी पनघट पे में,करती तेरा इंतजार।मन के सुने मन को आकर फिर से तूं महका जा।ओ राधा, है छीपी तू कहां। ओ राधा, जरा सामने आ।ओ राधा, है छीपी तू कहां। ओ राधा, जरा सामने आ।