श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया।श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया। तेरी राधा तेरे बिना सुबह शाम अधूरी, तेरे दर्शन बड़े जरूरी है।श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया।श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया।
तेरी मुरली की धुन सुनते ही मैं, मस्त मलंग हो जाती हूं।तेरी मुरली की धुन सुनते ही मैं, मस्त मलंग हो जाती हूं। जब आंखें बंद करूं मेरी, मन में तेरी मूरत पाती हूं। कभी दूर न जाना मेरा साथ निभाना, पल भर की दूरी मुझे खलती है।श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया।श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया।
मैंने तुझसे प्रीत लगा ली है, सारे जग की खुशियां पाली है।मैंने तुझसे प्रीत लगा ली है, सारे जग की खुशियां पाली है। तु ही होली तू ही दिवाली है, तेरे बिन मेरा जीवन खाली है। सारे जग से बेगानी हुई तेरी मैं दीवानी, तेरे नाम से सांसे मेरी चलती है।श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया।श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया।
श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया।श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया। तेरी राधा तेरे बिना सुबह शाम अधूरी, तेरे दर्शन बड़े जरूरी है।श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया।श्याम सुहानी तेरी सुरतिया, मन में बसी है तेरी मुरतिया।