कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा। सब जानते हो नहीं मैं लायक ,चरणों से फिर भी लगाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।
ना थामते तो भटकता रहता, जहां की ठोकर पग पग पे सहता।ना थामते तो भटकता रहता, जहां की ठोकर पग पग पे सहता। तेरी कृपा ने ही तो कन्हैया, इन ठोकरो से बचाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।
हे नाथ तुम तो सभी के माझी, शरण में जो भी भव पार करते।हे नाथ तुम तो सभी के माझी, शरण में जो भी भव पार करते। मेरे भी मांझी बनकर के तुमने ,किनारे मुझको लगाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।
कैसे ना मांनु उपकार तेरा, मैं प्रीत तुझसे लगाए बैठा।कैसे ना मांनु उपकार तेरा, मैं प्रीत तुझसे लगाए बैठा। तुम ही तो हो कि सुन मुझे हर पल, मुसीबतो से बचाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।
कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा। सब जानते हो नहीं मैं लायक ,चरणों से फिर भी लगाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।कृपा तुम्हारी है बंसी वाले, जो अपना मुझको बनाए रखा।