तुमसे बंधन बंधन,तुम पे सब अर्पण।जय संकट मोचन जय हो।सबका रखवाला तू,हे दुख के भजन,जय संकट मोचन जय हो।है जहां राम का नाम तू भी वहां।है मगन उसकी भक्ति में तू। जाने किस रूप में हमको मिल जाएगा। है चिरंजीवी धरती पे तू। हर कण में समाया है तूं।
तेरे चरण हैं चारों धाम,बोलो जाय हनुमान। बन जाएंगे सब बिगड़े काम, बोलो जय हनुमान।बोलो जय हनुमान।तेरे चरण हैं चारों धाम, बोलो जय हनुमान। बन जाएंगे सब बिगड़े काम, बोलो जय हनुमान।
तुमसे सिखा है ना, भक्त होता है क्या ,मोह बिन खुदको अरपीत करे।अपने संसार का, कैसे उद्धार हो, तुमसे हम गुन ये अर्जित करे।वेद पुरानो, के तुम ज्ञाता, नव निधि अष्ट सिद्धि दाता मेरे।मन से कोमल है और तन से बलवान जो। अंजनी का दुलारा है तू ।सारी लंका जला दी सिया के लिए,राम को सबसे प्यारा है तू। है शिवा का ही अवतार तू।
तेरे चरण हैं चारों धाम ,बोलो जय हनुमान। बन जाएंगे सब बिगड़े काम, बोलो जय हनुमान।तेरे चरण हैं चारों धाम ,बोलो जय हनुमान। बन जाएंगे सब बिगड़े काम, बोलो जय हनुमान।
पवन तनय संकट हरन, मंगल मुरती रूप। राम लखन सीता सहित, हृदय बसहू सुर भूप।
ओम पवन सुत्त हनुमान की जय। ओम सियावर राम चंद्र की जय।