तर्ज, उस बांसुरी वाले की
श्री राम की भक्ति में, बस ध्यान रहता है। जहां श्री राम रहते हैं वहां, हनुमान रहता है।श्री राम की भक्ति में, बस ध्यान रहता है। जहां श्री राम रहते हैं वहां, हनुमान रहता है।
श्री राम का भक्त निराला, है इसकी बात निराली। श्री राम की बात टलेगी, ना इसकी टलने वाली।श्री राम का भक्त निराला, है इसकी बात निराली। श्री राम की बात टलेगी, ना इसकी टलने वाली। यह बात नहीं मैं कहता, भगवान कहता है।जहां श्री राम रहते हैं वहां, हनुमान रहता है।जहां श्री राम रहते हैं वहां, हनुमान रहता है।
करे राम नाम की माला, ओढ़ राम नाम की चादर। बस इसका जन्म हुआ है ,प्रभु श्री राम की खातिर।करे राम नाम की माला, ओढ़ राम नाम की चादर। बस इसका जन्म हुआ है ,प्रभु श्री राम की खातिर। एक बूंद नहीं भक्ति का, यहां दरिया बहता है।जहां श्री राम रहते हैं वहां, हनुमान रहता है।जहां श्री राम रहते हैं वहां, हनुमान रहता है।
जब जब भी युग बदलेंगे, तब एक ही बात कहेंगे। चाहे जितनी भक्ति कर लो, ऐसे ना भक्त मिलेंगे।जब जब भी युग बदलेंगे, तब एक ही बात कहेंगे। चाहे जितनी भक्ति कर लो, ऐसे ना भक्त मिलेंगे। बस बनवारी सुन सुनकर, यह नाम जपता है।जहां श्री राम रहते हैं वहां, हनुमान रहता है।जहां श्री राम रहते हैं वहां, हनुमान रहता है।
श्री राम की भक्ति में, बस ध्यान रहता है। जहां श्री राम रहते हैं वहां, हनुमान रहता है।श्री राम की भक्ति में, बस ध्यान रहता है। जहां श्री राम रहते हैं वहां, हनुमान रहता है।