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durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Maa pahli train se tere darwar aaunga,मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा,durga bhajan

कल मां की चिट्ठी आई, बस आंख मेरी भर आई। कल वैष्णो ने है बुलाया, होगी मेरी सुनवाई। तो कटरा का फिर एक चक्कर मार आऊंगा। में कटरा का फिर एक चक्कर मार आऊंगा। मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।

तु सबसे प्यारी है मां, तेरी बात निराली है मां। तू कहीं पर दुर्गा, कहीं पर काली है मां।तु सबसे प्यारी है मां, तेरी बात निराली है मां। तू कहीं पर दुर्गा, कहीं पर काली है मां। तु जब जब मुझे बुलाएगी, हर बार आऊंगा।मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।

भक्तों पर संकट आए ,मां पल में दूर भगाएं। जो मां के दर्शन करते ,खुशियों से झोली भरते।भक्तों पर संकट आए ,मां पल में दूर भगाएं। जो मां के दर्शन करते ,खुशियों से झोली भरते। मैं लाल चुनरिया लेकर तेरे द्वार आऊंगा।मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।

मां ऊंचे मंदिरा वाली ,ओ मैया शेरावाली। पूरी करती है मुरादे, कोई जाए ना दर से खाली।मां ऊंचे मंदिरा वाली ,ओ मैया शेरावाली। पूरी करती है मुरादे, कोई जाए ना दर से खाली। तु कर कृपा महारानी सब परिवार आऊंगा।मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।

कल मां की चिट्ठी आई, बस आंख मेरी भर आई। कल वैष्णो ने है बुलाया, होगी मेरी सुनवाई। तो कटरा का फिर एक चक्कर मार आऊंगा। में कटरा का फिर एक चक्कर मार आऊंगा। मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।मां पहली ट्रेन से मैं तेरे दरबार आऊंगा।

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