हंसते-हंसते हर मुश्किल कट जाएगी। घबरा कर खुद ही पीछे हट जाएगी। जिस माथे को तूने चुम्मा है ओ मां। कैसे उसपर कोई सिलवट आएगी। मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।
क्या कोई यह जानेगा, क्या कोई यह समझेगा, कितना गहरा है मां ,तेरा मेरा नाता। शब्द फीके फिके सारे तेरे आगे, प्यार करती है तू प्यार से भी ज्यादा। मरहम कहीं ऐसा नहीं ,जो काम आ जाए। तुम फूंक दे हर दर्द से, आराम आ जाए। आंसू हरदम तेरा आंचल ढूंढेंगे। जाते-जाते ही यह आदत जाएगी।जिस माथे को तूने चुम्मा है ओ मां। कैसे उसपर कोई सिलवट आएगी। मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।
यह जो रिश्ते सारे हैं, रेत की दीवारें है। सारे घरौंदे बनकर बिगड़े बारे बारे। मां यह दुनिया क्या है, मेरा पल दो पल का। मिलने वाले सारे बिछड़े बारी-बारी। बस तु ही है साया मेरा, जो खो नहीं सकता। तो फेर ले मुझसे नजर, यह हो नहीं सकता। मैं घबराउं अनहोनी के डर से तो, तु ही बनकर ताकत मेरी आएगी।जिस माथे को तूने चुम्मा है ओ मां। कैसे उसपर कोई सिलवट आएगी। मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।
मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।मां ओ मेरी मां , मेरी मां, ओ प्यारी मां।