चंवर ढूंलावा श्याम धनी महे, केसर तिलक लगावा जी। थारी आंगन में जोत जलावा, बंधनवार सजावा जी। खम्मा घणी खम्मा घणी, म्हारे ठाकुर जी ने खम्मा घणी।खम्मा घणी खम्मा घणी, म्हारे श्याम धनी ने खम्मा घणी। हिवडे रा मोर बोले सा,म्हारे श्याम धनी ने खम्मा घणी।हिवडे रा मोर बोले सा,म्हारे श्याम धनी ने खम्मा घणी।
मैं सुनियो हां श्याम धनी थे, हार्योडा रा साथी हो।मैं सुनियो हां श्याम धनी थे, हार्योडा रा साथी हो। तीन बाण का धारी हो, सांवरिया शीश का दानी हो। मोर छड़ी मोर छड़ी, लहरा दो बाबा मोर छड़ी। हीरा जड़ी मोत्या जड़ी, लहरा दो बाबा मोर छड़ी। खाटू रा मोर बोले सा, श्याम धनी ने खम्मा घणी।खाटू रा मोर बोले सा, श्याम धनी ने खम्मा घणी।
चांद सरीको मुखड़ो जी, थारे बागा में तारा चमके।चांद सरीको मुखड़ो जी, थारे बागा में तारा चमके। केसरिया बाग घणी प्यारी, कुंडल में मोतिया दमके। अर्ज सुनी अर्ज सुनी ,भोला भकता री अर्ज सुनी।अर्ज सुनी अर्ज सुनी ,भोला भकता री अर्ज सुनी।खाटू रा मोर बोले सा, श्याम धनी ने खम्मा घणी।खाटू रा मोर बोले सा, श्याम धनी ने खम्मा घणी।खाटू रा मोर बोले सा, श्याम धनी ने खम्मा घणी।खाटू रा मोर बोले सा, श्याम धनी ने खम्मा घणी।