भारी विपदा आन पड़ी है आज बचा ले श्याम। तेरे रहते हार न जाऊं लाज बचा ले श्याम।
कण कण में वास तुम्हारा है। मुझको विश्वास तुम्हारा है। क्या सच कहती है यह दुनिया। हारे का तू ही सहारा है। हारे के सहारे आ जाओ, कब तक ऐसे तड़पाओगे, बाबा बोलो कब आओगे। कब नैया पार लगाओगे।बाबा बोलो कब आओगे।
जब सांस में सांस नहीं होगी, जीवन से आस नहीं होगी। जब टूट चुकी होगी माला, जब मन में प्यास नहीं होगी। जब सब सुना पड़ जाएगा, जब सावन भी झड़ जाएगा। जब कलियां मुरझा जाएगी, नदियों का मुख मुड़ जाएगा। जब हार चुका होगा यह मन, क्या तब दर्शन दिखलाओगे।बाबा बोलो कब आओगे।कब नैया पार लगाओगे।बाबा बोलो कब आओगे।
जब तड़प सही ना जाती है, हर और निराशा छाती है। अब पथराई सी है आंखें, बस मौत नहीं अब आती है। ए श्याम अगर तू माझी है, क्यों नैया गोते खाती है। मैं फिर भी टूट रहा हूं अब, बस आस तेरी ही बाकी है। अब भी ना अगर आए कैसे, फिर तारणहार कहाओगे।बाबा बोलो कब आओगे।कब नैया पार लगाओगे।बाबा बोलो कब आओगे।
मेरे श्याम भरोसा है मुझको, गरीब के तू ही सहारे हो। वह कश्ती डूब नहीं सकती, जिसके तुम खेवन हारे हो। तेरे दर से कौन बड़ा दर है, तू ही मेरा सर्वेश्वर है। है खाटू वाले श्याम धनी, तू ही मेरा परमेश्वर है। अब बचन तुम्हें देना होगा, हमें छोड़ कहीं ना जाओगे।बाबा बोलो कब आओगे।कब नैया पार लगाओगे।बाबा बोलो कब आओगे।
कण कण में वास तुम्हारा है। मुझको विश्वास तुम्हारा है। क्या सच कहती है यह दुनिया। हारे का तू ही सहारा है। हारे के सहारे आ जाओ, कब तक ऐसे तड़पाओगे, बाबा बोलो कब आओगे। कब नैया पार लगाओगे।बाबा बोलो कब आओगे।