श्याम रंग लाना पड़त तोरे पैया। शुध कान्हा लेनी छुड़ाऊं कैसे बैया। तरह-तरह से विनती करें हैं। आगे आगे गोपी पीछे दौड़े हैं कन्हैया। मचा है उल्लास घट जोड़ी का। डफ बाजा रे श्याम तेरी होरी का डफ़ बाजा रे। हुआ प्रेम रंग है किशोरी का,डफ़ बाजा रे।डफ बाजा रे श्याम तेरी होरी का डफ़ बाजा रे। अरे वाह वाह रे रसिया ,वाह वाह रे रसिया ।वाह वाह रे रसिया ।वाह वाह रे रसिया ।डफ बाजा रे श्याम तेरी होरी का डफ़ बाजा रे।हुआ प्रेम रंग है किशोरी का,डफ़ बाजा रे।
श्याम संग आओ ना थीटौली कर सखिया। सुन लो दुहाई कान्हा सुनो मेरी बतिया। संग़ सखा के खेल हैं कान्हा हो। बलिहारी है किशोरी जी की अखियां। नाचे ता ता थैया मन गौरी का।डफ बाजा रे श्याम तेरी होरी का डफ़ बाजा रे।हुआ प्रेम रंग है किशोरी का,डफ़ बाजा रे।अरे वाह वाह रे रसिया ,वाह वाह रे रसिया ।वाह वाह रे रसिया ।वाह वाह रे रसिया ।डफ बाजा रे श्याम तेरी होरी का डफ़ बाजा रे।हुआ प्रेम रंग है किशोरी का,डफ़ बाजा रे।
श्याम संग तेरी राधा रूप में झलकती।नैनों में संजोए कान्हा मन में है रखती।कान्हा सब जाने है वो तोहे मन बसिया।घड़ी पलक न राधा नाम कान्हा जपती।उड़ा रंग कृष्ण किशोरी का,डफ बाजा रे।डफ बाजा रे श्याम तेरी होरी का डफ़ बाजा रे।हुआ प्रेम रंग है किशोरी का,डफ़ बाजा रे।अरे वाह वाह रे रसिया ,वाह वाह रे रसिया ।वाह वाह रे रसिया ।वाह वाह रे रसिया ।डफ बाजा रे श्याम तेरी होरी का डफ़ बाजा रे।हुआ प्रेम रंग है किशोरी का,डफ़ बाजा रे।अरे वाह वाह रे रसिया ,वाह वाह रे रसिया ।वाह वाह रे रसिया ।वाह वाह रे रसिया ।डफ बाजा रे श्याम तेरी होरी का डफ़ बाजा रे।हुआ प्रेम रंग है किशोरी का,डफ़ बाजा रे।