तर्ज, मंदिर में बड़ गयो होली खेलन से डरतो सांवरो
सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।तेरे चरना की दे दे चाकरी।तेरे चरना की दे दे चाकरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।
तेरे दर का सांवरिया गर,चाकर बन जाऊं।तेरे दर का सांवरिया गर,चाकर बन जाऊं। साँझ सवेरे सांवरिया में रोज लगाऊं हाजिरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।
जब-जब तेरी आरती होवे, मैं ही घंटी बजाऊं।जब-जब तेरी आरती होवे, मैं ही घंटी बजाऊं। भोग लगाऊं दाल चूरमा, और खिलाऊं बा।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।
तेरे मंदिरये में बाबा, भक्त हजारों आवे।तेरे मंदिरये में बाबा, भक्त हजारों आवे।वा के संग में हिलमिल जाऊं, गाउ जय श्री श्याम जी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।
मानूं की नादान हूं बाबा,सेवा करना न जानूं।मानूं की नादान हूं बाबा,सेवा करना न जानूं।पापी हूं या कपटी लेकिन,आऊं तेरे धाम जी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।
सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।तेरे चरना की दे दे चाकरी।तेरे चरना की दे दे चाकरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।सुन खाटू वाला,तेरे चरना की दे दे चाकरी।