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श्याम भजन लिरिक्स

Rut aagi Re by rajni rajasthani lyrics,रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की  रुत आगी रे,shyam bhajan

तर्ज,रुत आई रे पपईया थारे बोलन की

रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे।रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे। बाेलन की रे बतलावन की, रुत आगी रे।रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे।

कई दिना सु डीक रहयो थो ,अव यो फागण आयो जी।कई दिना सु डीक रहयो थो ,अव यो फागण आयो जी। खाटू वालो सब भकताने ,झालो देर बुलायो जी।खाटू वालो सब भकताने ,झालो देर बुलायो जी। श्याम मिलन की हर एक मन में खुशी समांगी रे,रुत आगी रे।रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे।

होली खेलन श्याम के संग में, रल मिलकर सब आए रहा।होली खेलन श्याम के संग में, रल मिलकर सब आए रहा। रिंगस से खाटू नगरी तक, रंग गुलाल उड़ाए रहा।रिंगस से खाटू नगरी तक, रंग गुलाल उड़ाए रहा। खाटू नगरी स्वर्ग सरीकि मने भागी रे,रुत आगी रे।रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे।

11 महीना सुने सभी की, फागण में यो बात करें।11 महीना सुने सभी की, फागण में यो बात करें। तीखा तीखा नैना से यूं देखे, दिल में घात करें।तीखा तीखा नैना से यूं देखे, दिल में घात करें। जिपे चलावे तीर नजर का,वो बड़भागी रे,रुत आगी रे।रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे।

संकट पीड़ा दुख तकलीफां ,के बुरो के चोखो रे।संकट पीड़ा दुख तकलीफां ,के बुरो के चोखो रे। श्याम ने बतला दे तेरो, सारो लेखो जोखो रें।श्याम ने बतला दे तेरो, सारो लेखो जोखो रें। हर संकट की रखे बाबो ,हाथ में चाबी रे,रुत आगी रे।रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे।

खींचयो चले आवे जीकी, डोर सांवरो खींचे है।खींचयो चले आवे जीकी, डोर सांवरो खींचे है। श्याम लग्न में नाचे वह तो, दोनों आंखयां मिचे है।श्याम लग्न में नाचे वह तो, दोनों आंखयां मिचे है।रजनी और सोनू की भी तो, किस्मत जागी रे,रुत आगी रे।रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे।

रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे।रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे। बाेलन की रे बतलावन की, रुत आगी रे।रुत आगी रे बाबा जी से बोलन की, रुत आगी रे।

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