तर्ज, बजरंग बाला जपूं तेरी माला
हार गया मैं हार गया, चलते-चलते हार गया।हार गया मैं हार गया, चलते-चलते हार गया। खाटू वाले मने बुला ले बाबा तेरे धाम, श्याम में हार गया।खाटू वाले मने बुला ले बाबा तेरे धाम, श्याम में हार गया।खाटू वाले मने बुला ले बाबा तेरे धाम, श्याम में हार गया।
फागुन शुक्ल द्वादशी बाबा, उत्सव भारी होता है। सारी जिंदगी मौज कर जो, आकर दर तेरे रोता है।फागुन शुक्ल द्वादशी बाबा, उत्सव भारी होता है। सारी जिंदगी मौज कर जो, आकर दर तेरे रोता है। मेरा भाग्य क्यों सोता है बाबा, मेरा दिल भी रोता है बाबा, आकर रख दो सर पर हाथ,श्याम में हार गया।खाटू वाले मने बुला ले बाबा तेरे धाम, श्याम में हार गया।खाटू वाले मने बुला ले बाबा तेरे धाम, श्याम में हार गया।
खाटू वाले श्याम धनी तेरी, महिमा सबसे न्यारी है। इसमें कोई शक ही नहीं तूने,सारी दुनिया तारी है।खाटू वाले श्याम धनी तेरी, महिमा सबसे न्यारी है। इसमें कोई शक ही नहीं तूने,सारी दुनिया तारी है। इतनी अरज हमारी है बाबा, मने ले लो शरण में आज,श्याम में हार गया।खाटू वाले मने बुला ले बाबा तेरे धाम, श्याम में हार गया।खाटू वाले मने बुला ले बाबा तेरे धाम, श्याम में हार गया।
हार गया मैं हार गया, चलते-चलते हार गया।हार गया मैं हार गया, चलते-चलते हार गया। खाटू वाले मने बुला ले बाबा तेरे धाम, श्याम में हार गया।खाटू वाले मने बुला ले बाबा तेरे धाम, श्याम में हार गया।खाटू वाले मने बुला ले बाबा तेरे धाम, श्याम में हार गया।