ना मन में है तो ना, नमन में मिलेगा। ना पाताल में ना, गगन में मिलेगा। यह नारद की वीना कहती युगों से, ये नारद की वीणा। मेरा राम केवल भजन में मिलेगा।मेरा राम केवल भजन में मिलेगा।मेरा राम केवल।
कभी ध्रुव कभी भक्त प्रहलाद द्वारे। कभी जाकर शबरी की किस्मत संवारे।कभी ध्रुव कभी भक्त प्रहलाद द्वारे। कभी जाकर शबरी की किस्मत संवारे। त्रेता विलंब आते हैं दुख की घड़ी में। वह दुख और पीड़ा के रुदन में मिलेगा।मेरा राम केवल भजन में मिलेगा।मेरा राम केवल भजन में मिलेगा।मेरा राम केवल।
सदा वेदनाओं में आंसू संभालो। कैसे भी प्रभु जी के चरणों में डालो।सदा वेदनाओं में आंसू संभालो। कैसे भी प्रभु जी के चरणों में डालो। पहुंच जाए तेरी आंहे वहां तक। वह आकर के तेरे भवन में मिलेगा।मेरा राम केवल भजन में मिलेगा।मेरा राम केवल भजन में मिलेगा।मेरा राम केवल।
जो राम जी को बुलाते रहेंगे। दयालु है राघव जी आते रहेंगे।जो राम जी को बुलाते रहेंगे। दयालु है राघव जी आते रहेंगे। रहो नम्र राही और मीठा वचन हो। तो प्रभु मेरा मीठे वचन में मिलेगा।मेरा राम केवल भजन में मिलेगा।मेरा राम केवल भजन में मिलेगा।मेरा राम केवल।
ना मन में है तो ना, नमन में मिलेगा। ना पाताल में ना, गगन में मिलेगा। यह नारद की वीना कहती युगों से, ये नारद की वीणा। मेरा राम केवल भजन में मिलेगा।मेरा राम केवल भजन में मिलेगा।मेरा राम केवल।