देखो राधा कृष्ण की धरती, कितना सुंदर धाम है। भूमि पर बैकुंठ यही है, यही बसे मेरे प्राण है।यही बसे मेरे प्राण है। पंछी पुकारे राधा राधा, यमुना पुकारे कृष्ण नाम है।यमुना पुकारे कृष्ण नाम है। जिसको कहते हैं वृंदावन धाम री सखी, यही मिलती है राधा श्याम री सखी।जिसको कहते हैं वृंदावन धाम री सखी, यही मिलती है राधा श्याम री सखी।
यमुना तट पर राधा के संग, कृष्ण ने जग को प्रेम सिखाया। हर मंदिर से हर मूरत से, भटके मन को रास्ता दिखाया।यमुना तट पर राधा के संग, कृष्ण ने जग को प्रेम सिखाया। हर मंदिर से हर मूरत से, भटके मन को रास्ता दिखाया। मदन मोहन जी गोविंद देव जी, गोपीनाथ और राधारमण। इनकी तरह चंद्रोदय मंदिर, कहने चला कृष्णा गाथा महान।जिसको कहते हैं वृंदावन धाम री सखी, यही मिलती है राधा श्याम री सखी।जिसको कहते हैं वृंदावन धाम री सखी, यही मिलती है राधा श्याम री सखी।
यह चंद्रोदय धाम हमारा, बस जाएगा सबके मन में। विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर, होगा हमारे वृंदावन में।यह चंद्रोदय धाम हमारा, बस जाएगा सबके मन में। विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर, होगा हमारे वृंदावन में। आओ भक्तों साथ मिले हम चंद्रोदय का करें रसपान। ऐसी अनोखी भक्ति का इतिहास करेगा सदा बखान।जिसको कहते हैं वृंदावन धाम री सखी, यही मिलती है राधा श्याम री सखी।जिसको कहते हैं वृंदावन धाम री सखी, यही मिलती है राधा श्याम री सखी।
जिसको कहते हैं वृंदावन धाम री सखी, यही मिलती है राधा श्याम री सखी।जिसको कहते हैं वृंदावन धाम री सखी, यही मिलती है राधा श्याम री सखी।जिसको कहते हैं वृंदावन धाम री सखी, यही मिलती है राधा श्याम री सखी।जिसको कहते हैं वृंदावन धाम री सखी, यही मिलती है राधा श्याम री सखी।