हारे का सहारा लखदातार हमारा। खाटू नरेश वो,श्री श्याम हमारा। मुझको संभाला मेरे बाबा श्याम ने, रस्ता दिखाया मेरे बाबा श्याम ने। मझधार मेरा, बस है एक वो,नैया वो चलाता है। हारे हुए का वह सहारा, लखदातार कहाता है।
मन के मुरझाए गुल खिले, बाबा के दर्शन जो मिले, दीवाना कर दिया श्याम ने। सिंगार तेरा मैं करूं ,धूल तेरे दर की सर धरू,दीवाना कर दिया श्याम ने।मन के मुरझाए गुल खिले, बाबा के दर्शन जो मिले, दीवाना कर दिया श्याम ने। सिंगार तेरा मैं करूं ,धूल तेरे दर की सर धरू,दीवाना कर दिया श्याम ने।
तेरी तरफ से श्याम कर दे इशारा। दर-दर पे काहे दास, भटके तुम्हारा।तेरी तरफ से श्याम कर दे इशारा। दर-दर पे काहे दास, भटके तुम्हारा।दर-दर पे काहे दास, भटके तुम्हारा। बिन तेरे सांसे ना चले, दिन नहीं उगता ना ढले।दीवाना कर दिया श्याम ने। क्या कहूं मेरे सांवरे ,सब दिया तेरे नाम रे,दीवाना कर दिया श्याम ने।बिन तेरे सांसे ना चले, दिन नहीं उगता ना ढले।दीवाना कर दिया श्याम ने। क्या कहूं मेरे सांवरे ,सब दिया तेरे नाम रे,दीवाना कर दिया श्याम ने।
हारे का सहारा लखदातार हमारा। खाटू नरेश वो,श्री श्याम हमारा।हारे का सहारा लखदातार हमारा। खाटू नरेश वो,श्री श्याम हमारा।दीवाना कर दिया श्याम ने।