तीरथ है धाम है गुरुवर आपके चरणों में। कोटि कोटि प्रणाम है गुरुवर आपके चरणों में।कोटि कोटि प्रणाम है गुरुवर आपके चरणों में।
ईश्वर जिनकी महिमा का, मानव बन कर गान करें। जिनके अमृत वचनों का, स्वयं देवता पान करें।ईश्वर जिनकी महिमा का, मानव बन कर गान करें। जिनके अमृत वचनों का, स्वयं देवता पान करें। झुके राम और श्याम है, गुरुवर आपके चरणों में।कोटि कोटि प्रणाम है गुरुवर आपके चरणों में।कोटि कोटि प्रणाम है गुरुवर आपके चरणों में।
लख चौरासी का बंधन, गुरु तत्व ही काटता है। माया और दुख ले लेता, सत्यानंद ही बांटता है।लख चौरासी का बंधन, गुरु तत्व ही काटता है। माया और दुख ले लेता, सत्यानंद ही बांटता है। कष्टों से विश्राम मिले, गुरुवर आपके चरणों मे।कोटि कोटि प्रणाम है गुरुवर आपके चरणों में।कोटि कोटि प्रणाम है गुरुवर आपके चरणों में।
बंद करूं जब मैं आंखें, गुरु चरणों का ध्यान रहे। गुरु में देखूं शिव शक्ति, गुरु चरणों में स्थान रहे। यह विनती आठों याम है ,गुरुवर आपके चरणों में।कोटि कोटि प्रणाम है गुरुवर आपके चरणों में।कोटि कोटि प्रणाम है गुरुवर आपके चरणों में।
तीरथ है धाम है गुरुवर आपके चरणों में। कोटि कोटि प्रणाम है गुरुवर आपके चरणों में।कोटि कोटि प्रणाम है गुरुवर आपके चरणों में।