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durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Jagmag Jyoti jale by shahnaz akhtar ,जगमग ज्योत जले भवन तेरे जगमग ज्योत जले,durga bhajan

जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले।जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले। मिलते हैं हमें सुख जीवन के, मां तेरी छांव तले।जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले।जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले।

कितनी भी हो राह अंधेरी ,करती उजाला ज्योति मां तेरी।करती उजाला ज्योति मां तेरी।करती उजाला ज्योति मां तेरी। दुख और पीड़ा सब हर लेती, सुख की करती बरखा घनेरी।सुख की करती बरखा घनेरी।सुख की करती बरखा घनेरी। तेरी कृपा से मिला है यह जीवन, सांस भी तुझसे चले।जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले।जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले।

तु जग जननी , तू  जग करनी, तू विख्यातारी तू ही शक्ति।तू विख्यातारी तू ही शक्ति।तू विख्यातारी तू ही शक्ति। तेरे चरण में तन मन अर्पण, हम करते मां तेरी भक्ति।हम करते मां तेरी भक्ति।हम करते मां तेरी भक्ति। भक्ति से तेरे भक्तों के मां ,सारे काज फले।जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले।जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले।

जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले।जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले। मिलते हैं हमें सुख जीवन के, मां तेरी छांव तले।जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले।जगमग ज्योत जले भवन तेरे, जगमग ज्योत जले।

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