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durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Jag ki palanhari by kishan bhagat ,भोले शंकर की दुल्हनिया जग की पालन हारी,durga bhajan

भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी। जग की पालन हारी मैया तीन लोक से न्यारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।

ब्रह्मांड देवों से भरा, पर मां को कोई न भाया। जंगल के वासी शिवजी पर, मैया का दिल आया।ब्रह्मांड देवों से भरा, पर मां को कोई न भाया। जंगल के वासी शिवजी पर, मैया का दिल आया। पलट के रख दी फिर दोनों ने, तीन लोक की काया। तीनो लोक हुए आभारी, जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।

जब संकट आया देवों पर, मां ने उसे संभाला। देवों पर आए संकट को, जग जननी ने टाला।जब संकट आया देवों पर, मां ने उसे संभाला। देवों पर आए संकट को, जग जननी ने टाला। एक एक दानव भूतल से, मां ने खोज निकाला। मां देवों की संघारी जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।

शुंभ निशुंभ और रक्तबीज को, मां  ने मार गिराया। चंद मुंड मधु केटव मां के, क्रोध से बच ना पाया।शुंभ निशुंभ और रक्तबीज को, मां  ने मार गिराया। चंद मुंड मधु केटव मां के, क्रोध से बच ना पाया। अंत हुआ जब महिषासुर का सभी देव हरसाये।हर्षित हुए डमरू धारी,जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।

सारे जग की मां कहलाती, हो शिवजी की प्यारी। ध्यान किया जिसने मां तेरा, दूर हुई लाचारी। लाज रखो मां कृष्ण भगत की, आया शरण तुम्हारी। उनकी दूर हो सब लाचारी,जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।

भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी। जग की पालन हारी मैया तीन लोक से न्यारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।भोले शंकर की दुल्हनिया, जग की पालन हारी।

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