मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है। कष्ट मिटाती है, मां दुखड़े दूर भगाती है।मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है।मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है।
कटरा में वह वास है करती, होकर सिंह सवार। बाणगंगा का अमृत पानी, सबका करें उद्धार।कटरा में वह वास है करती, होकर सिंह सवार। बाणगंगा का अमृत पानी, सबका करें उद्धार। कठिन चढ़ाई तुम भी कर लो, हो जाए बेड़ा पार।मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है।मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है।
हमने सुना तू भेद न करती, रखती सबका मान।देखे ना राजा रंक ना देखे,सब है एक समान।हमने सुना तू भेद न करती, रखती सबका मान।देखे ना राजा रंक ना देखे,सब है एक समान।भाव से तुम भी मां को मना लो,पूरी करती आश।मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है।मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है।
ध्यानु ने पूजा श्रीधर पूजे,पूजे तेरा नंदलाल।देवी देवता मंगल गावे,करे तेरी जयकार।ध्यानु ने पूजा श्रीधर पूजे,पूजे तेरा नंदलाल।देवी देवता मंगल गावे,करे तेरी जयकार।शंकर तेरे भजन है गाता,रख दो सिर पे हाथ।मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है।मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है।
मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है। कष्ट मिटाती है, मां दुखड़े दूर भगाती है।मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है।मां की महिमा अपरंपार भगत के कष्ट मिटाती है।