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Ganesh bhajan lyrics गणेश भजन लिरिक्स

Tu hi aarambh tu hi prarambh,तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ तू शुभारंभ है,ganesh ji bhajan

तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।

एक तु ओम तारा, एक तू सहारा, तेरे नाम से ही जुड़ा है सब शुभ यहां। विघ्नहर्ता विधाता, विश्व का है तू दाता, तेरे नाम में ही छुपा है सब कुछ यहां। तू ही राजा है दिलों का, सबका है गणराया। तुम आदी तू ही अनंत है गणराया।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।

बुद्धि का ही तू देव सिद्धि का ही तू देवा। तेरी आरती में ही सार संसार का। हर कोई जान जाए, दर्द दुख को भगाएं। मिल जाए लाभ जो तेरे वरदान का।तू ही राजा है दिलों का, सबका है गणराया। तुम आदी तू ही अनंत है गणराया।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।

तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।तू ही आरंभ तू ही प्रारंभ, तू शुभारंभ है।

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