Categories
krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

kanha kaisa kalyug aayo re,कान्हा कैसो कलयुग आयो रे

कान्हा कैसो कलयुग आयो रे।आयो रे। सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।कान्हा कैसो कलयुग आयो रे।आयो रे। सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।

बहु कहे सुनो सासू जी होगन थोड़ो मोटो। सांची कहूं बुरा ना मानो, झाड़ू थे ही काडो।कान्हा कैसो कलयुग आयो रे।आयो रे। सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।

बहु कहे सुनो सासू जी परिवार थारो मोटो।सांची कहूं बुरा ना मानो, फलका थे ही पोवो।कान्हा कैसो कलयुग आयो रे।आयो रे। सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।

बहु कहे सुनो सासू जी,सांची थाने कहूं। सांची कहूं बुरो न मानो चाबी म्हाने दे दो।कान्हा कैसो कलयुग आयो रे।आयो रे। सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।

बाई मीरा री विनती सुनियो कृष्ण मुरार। चित् चरण में राखीजो राधा रा भरतार।कान्हा कैसो कलयुग आयो रे।आयो रे। सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।

कान्हा कैसो कलयुग आयो रे।आयो रे। सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।कान्हा कैसो कलयुग आयो रे।आयो रे। सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।सासु होगी जवान बहू के बुढ़ापे आयो रे।

Leave a comment