ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता। हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।
उड़ता विमान आकाश में देखया, यह तो बीमान कडे जावे शिवजी।उड़ता विमान आकाश में देखया, यह तो बीमान कडे जावे शिवजी। राजा दक्ष घर यज्ञ की होवे,यह तो बीमान बडे जावे देवी।राजा दक्ष घर यज्ञ की होवे,यह तो बीमान बडे जावे देवी।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।
देव भी जावे देवता भी जावे, आपा दोनों चालो शिवजी।देव भी जावे देवता भी जावे, आपा दोनों चालो शिवजी। ना कोई कागज आया ना कोई कुकु पत्री, बिना बुलाए कैसे जाऊं देवी।ना कोई कागज आया ना कोई कुकु पत्री, बिना बुलाए कैसे जाऊं देवी।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।
छोटी सी उमर में ब्याह करायो,मोर बंधी से रखी शिवजी।छोटी सी उमर में ब्याह करायो,मोर बंधी से रखी शिवजी। संग री सहेलियों ने अखियां न देखी, थारी सेवा किन्ही शिवजी।संग री सहेलियों ने अखियां न देखी, थारी सेवा किन्ही शिवजी।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।
जाओ पर्वता थारे पिहरिए, किता दिना से पाछा आओ देवी।जाओ पर्वता थारे पिहरिए, किता दिना से पाछा आओ देवी। इन पीपल रा पत्ता जी गिन लो, इतना दिना में पाछा आओ शिवजी।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।
ले त्रिशूल से पीपल को हिलाया, सारा पता में आया भगवान।ले त्रिशूल से पीपल को हिलाया, सारा पता में आया भगवान।एक डाल पर चार पत्ता राख्या,इत्ता दिना में पाछा आओ देवी।एक डाल पर चार पत्ता राख्या,इत्ता दिना में पाछा आओ देवी।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।
म्हारो पिहरियों दूर घणों है,चार दिनों में पहुंचूं शिवजी।म्हारो पिहरियों दूर घणों है,चार दिनों में पहुंचूं शिवजी। चार दिन म्हाने जावती ने लागे,चार दीन पाछी आवती ने।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।
आठ दिन म्हारी माता कने रहूं ,16 दिनों में पाछी आऊँ शिवजी।आठ दिन म्हारी माता कने रहूं ,16 दिनों में पाछी आऊँ शिवजी।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।ऊंचे पर्वत बैठा म्हारा शिवजी, धुना धुकावे म्हारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।हरी हरी घास नंदी ने चरावे, पानी पिलावे मारी पार्वता।