शिव शंकर कैलाशपति का, डम डम डमरू बाजे से।शिव शंकर कैलाशपति का डम डम डमरू बाजे से। डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।
कांवरिया ने मस्ती चढ़ गई, बम बम भोले बोले से। शिव डमरू की तान सुनकर, धरती अंबर डोले से।कांवरिया ने मस्ती चढ़ गई, बम बम भोले बोले से। शिव डमरू की तान सुनकर, धरती अंबर डोले से। शिव की जटामें बैठी गंगा, मन ही मन मे लाजे से।डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।
हर की पौड़ी हरिद्वार में, कांवड़ियों का मेला से।हर की पौड़ी हरिद्वार में, कांवड़ियों का मेला से।हर की पौड़ी हरिद्वार में, कांवड़ियों का मेला से।हर की पौड़ी हरिद्वार में, कांवड़ियों का मेला से। कोई आया यारों के संग, कोई आया अकेला से। कावड़ियों के कंधे ऊपर, शिव की कावड़ साजे से।डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।
कोई पैदल दोड़ा आवे ,डाक कावड़ को हाथ लिए। नंगे पांव चंद्र दौड़े ,भोले जी को साथ लिए।कोई पैदल दोड़ा आवे ,डाक कावड़ को हाथ लिए। नंगे पांव चंद्र दौड़े ,भोले जी को साथ लिए। राज अनाड़ी भजन हमेशा लिखता ताजे ताजे से।डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।
शिव शंकर कैलाशपति का, डम डम डमरू बाजे से।शिव शंकर कैलाशपति का डम डम डमरू बाजे से। डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।डमरू सुन के कांवड़ियों का, टोला छम छम नाचे से।