Categories
श्याम भजन लिरिक्स

Jiska mere shyam se lagaw ho gaya by sardar romi,जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया,shyam bhajan

जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया

तर्ज, देखा एक ख्वाव कोई सिलसिला

जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया। नदी वह मिली है सागर में जा जरूर। जिसका ठीक राह पे बहाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।

जिनको मेरे श्याम का सहारा है। उनका मझधार ही किनारा है।जिनको मेरे श्याम का सहारा है। उनका मझधार ही किनारा है। जो भी प्रेमी है मेरे बाबा का, नहीं हिम्मत कभी वह हारा है। हर हाल में खुश रहने का, स्वभाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।

जो भी डूबे हैं श्याम मस्ती में। लग जाए चार चांद हस्ती में।जो भी डूबे हैं श्याम मस्ती में। लग जाए चार चांद हस्ती में। जो भी गुण सांवरे के गाते हैं ,उनके चर्चे हैं सारी बस्ती मे। जिंदगी में उनके बदलाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।

जिनको सेवा मिली है बाबा की। अपनी किस्मत पर नाज करते हैं।जिनको सेवा मिली है बाबा की। अपनी किस्मत पर नाज करते हैं। करके सेवा वह दीन दुखियों की। श्याम के दिल पर राज करते हैं। ऐसा श्याम भजनों का प्रभाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया ,दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।

वे बड़े खुशनसीब होते हैं, श्याम के जो करीब होते हैं।वे बड़े खुशनसीब होते हैं, श्याम के जो करीब होते हैं। जो भी गए दूर मेरे बाबा से। वह बड़े बदनसीब होते हैं। जिनका रोमी श्याम से अलगाव हो गया। जिंदगी में उनके ही अभाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया। दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।

जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया। नदी वह मिली है सागर में जा जरूर। जिसका ठीक राह पे बहाव हो गया।जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया, दूर जिंदगी का हर अभाव हो गया।

Leave a comment