बन के कांवरिया शिव की नगरिया, जाऊंगी भरतार में। खो जाएगी मेले में तने, फिरू ढूंढता नार में। जाएगी मेले में तने, फिरू ढूंढता नार में।।
रख भरोसा भोला पर पिया, ज्यादा ना घबराईए तु। मेरी आत्मा यूं कह रही मत, कावड़ लेकर जाइए तू।रख भरोसा भोला पर पिया, ज्यादा ना घबराईए तु। मेरी आत्मा यूं कह रही मत, कावड़ लेकर जाइए तू।घोड़े पे जाऊं गोते लगाऊं, मां गंगा की धार में। बड़ा तेज जल बहता है गोरी, बह जाएगी धार में।
दुनिया से मुझे क्या लेना जब ,शंभू बसते सीने में। भीड़ बहुत हरिद्वार में रहती, सावन के महीने में।दुनिया से मुझे क्या लेना जब ,शंभू बसते सीने में। भीड़ बहुत हरिद्वार में रहती, सावन के महीने में। शंभू संभालो रास्ता निकालो, भक्तों की लंबी कतार में। तुझसे ज्यादा प्यारा ना कोई, मुझको इस संसार में।
ऐसा करो पिया तुम भी चलो हम, दोनों कावड़ लावंगे। बात तेरी एकदम सही है, दोनों ना खो पाएंगे।ऐसा करो पिया तुम भी चलो हम, दोनों कावड़ लावंगे। बात तेरी एकदम सही है, दोनों ना खो पाएंगे। कर लो तैयारी इच्छा हमारी, हो पूरी हरिद्वार में। दोनों कौन कहे हम दोनों, पागल हैं शिव प्यार में।
बन के कांवरिया शिव की नगरिया, जाऊंगी भरतार में। खो जाएगी मेले में तने, फिरू ढूंढता नार में। जाएगी मेले में तने, फिरू ढूंढता नार में।।