संकट मोचन संकट हरते,यह बलियो के है बली। उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली।संकट मोचन संकट हरते,यह बलियो के है बली। उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली।
लांघ के सागर लंका पति की, लंका नगरी जाएगा कौन।लंका नगरी जाएगा कौन।लंका नगरी जाएगा कौन। है किस हाल में सीता मैया, उनका पता लगाएगा कौन।उनका पता लगाएगा कौन।उनका पता लगाएगा कौन। राम की सेवा चिंता में डूबी, मच गई जब खलबली।उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली,
समझाया हनुमत ने बहुत, रावण के समझ में ना आई।रावण के समझ में ना आई।रावण के समझ में ना आई। अभिमानी ने कुछ ना सोचा, पूंछ में आग भी लगवाई।पूंछ में आग भी लगवाई।पूंछ में आग भी लगवाई। आग लगी जो पूछ में सारी, लंका धू धू करके जली।उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली,
मूर्छित जब लक्ष्मण हुए तो, राम हुए व्याकुल परेशान।राम हुए व्याकुल परेशान।राम हुए व्याकुल परेशान। संजीवन आएगी कैसे,कैसे बचेंगे लखन के प्राण।कैसे बचेंगे लखन के प्राण।कैसे बचेंगे लखन के प्राण। जलवा दिखाया बजरंगी ने, ऐसी कुंदन हवा चली।उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली,
संकट मोचन संकट हरते,यह बलियो के है बली। उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली।संकट मोचन संकट हरते,यह बलियो के है बली। उड़े उड़े बजरंग बली,उड़े उड़े बजरंग बली।