तर्ज, साथी हमारा कौन बनेगा
साथी बनूंगा मैं ही तुम्हारा, कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा। हारे कोई यह ना, मुझको गवारा।कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा।कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा।
मेरे अपने भले ही, बने अपने कभी ना। शरण में आजा मेरी, होगी कोई कमी ना।मेरे अपने भले ही, बने अपने कभी ना। शरण में आजा मेरी, होगी कोई कमी ना।रोते हुए किसी प्रेमी को बस,एकबार तूं दे हंसा।एकबार तूं दे हंसा। रोने ना दूंगा तुझको दोबारा।कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा।कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा।
मुझे सबकुछ पता है, तुम्हारी हालातों का। मान ना घटने दूंगा, मैं तेरे जज्बातों का।मुझे सबकुछ पता है, तुम्हारी हालातों का। मान ना घटने दूंगा, मैं तेरे जज्बातों का। जब जब तेरी पुकार सुनूंगा, आऊंगा तेरे पास, आऊंगा तेरे पास। बाल ना बांका होगा तुम्हारा,कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा।कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा।
नजर में सब है मेरे, रंक हो चाहे राजा। भाव से झुकता जो भी, डंका उसका बजाता।नजर में सब है मेरे, रंक हो चाहे राजा। भाव से झुकता जो भी, डंका उसका बजाता। खेल यहां बस भावों का है, चलता ना ही रुबाब।चलता ना ही रुबाब। कर दूंगा मैं बारां न्यारा,कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा।कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा।
साथी बनूंगा मैं ही तुम्हारा, कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा। हारे कोई यह ना, मुझको गवारा।कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा।कहना पड़ेगा तुझे मैं हूं हारा।