अब किसी भी मुश्किल में ना दिल घबराता है।अब किसी भी मुश्किल में ना दिल घबराता है। मेरी एक आवाज पर वह मेरा श्याम आता है। मेरी डूब जाती जो नाव जिंदगी की। उस डूबती नाव को किनारा मिला ।खाटू के श्याम का सहारा है मिला। सारे जग से न्यारा मुझको साथी है मिला। खाटू में हारे का।
वह समय भी था जब, चारों तरफ थी मुश्किल। अकेला पड़ गया था ,अपनों ने तोड़ा था दिल। आस टूट चुकी थी और घेर रहा था अंधेरा। लगने लगा था अब कभी, होगा ना सवेरा। उसकी मेहर से,सवेरा है मिला।सारे जग से न्यारा मुझको साथी है मिला। खाटू में हारे का।
मैं सच कहता हूं मान लो, उस जैसा ना कोई साथी। वह ऐसा सहारा बनता, जैसे दिया में बाती। जो सपनों में ना सोचा, इतना दे दिया है। उतार कभी ना सकता, एहसान इतना दिया है। शर्मा बहनों को रहा ना शिकवा गिला।सारे जग से न्यारा मुझको साथी है मिला। खाटू में हारे का।
अब किसी भी मुश्किल में ना दिल घबराता है।अब किसी भी मुश्किल में ना दिल घबराता है। मेरी एक आवाज पर वह मेरा श्याम आता है। मेरी डूब जाती जो नाव जिंदगी की। उस डूबती नाव को किनारा मिला ।खाटू के श्याम का सहारा है मिला। सारे जग से न्यारा मुझको साथी है मिला। खाटू में हारे का।