पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।
जेठ अशाडा पड़े तावड़ो, प्यास लगी है भारी।जेठ अशाडा पड़े तावड़ो, प्यास लगी है भारी। कब से बैठी तैयार करूं मैं, पीलो कृष्ण मुरारी। मैं तो आई थारे मंदरिया में चाल, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।
सासू सुसरा दोनों बरजे, नंदल देवे गाली।सासू सुसरा दोनों बरजे, नंदल देवे गाली।देरानी जिठानी ताना मारे,सुन लो कृष्ण मुरारी।म्हारा पति जी ने देवे फरमाए,शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।
आबू से मैं नींबू मंगाया गंगा जी रो पानी। ठंडी ठंडी बर्फ मिलाई और मिलाई मिश्री। अब तो पियो पियो मदन गोपाल,शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।
था बिन म्हारो परम स्नेही, कुन सुनेला म्हारी। सुन ले तू यशोदा लाला, अब के बारी म्हारी। अब तो जागो जागो नंद जी रा लाल,शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।
मीरा थारी अरज करे है,सुन लिजो बनवारी।भक्त मंडल री नैया अब तो थारे हाथ मुरारी।थारी घणी घणी करूं मनुहार,शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।
पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।पीलो पीलो नी सांवरिया घनश्याम, शिकंजी लाई नींबू री।