तर्ज,म्हारो बेडो लगा दीजो
म्हारे बेडो लगा दीजो पार, मोहन मिलजा रे।
मिलज्या दीन दयाल मोहन मिलज्यारे ।म्हारे बेडो लगा दीजो पार, मोहन मिलजा रे।
मोहन थारे कारण रे, छोड़यो रे राणे जीरो देश ।
मोहन थारे कारण रे, छोड़ो रे नवसर हार ।म्हारे बेडो लगा दीजो पार, मोहन मिलजा रे।
मोहन थारे कारण रे, छोड़ी रे काज लियारी रेख ।मोहन थारे कारण रे, लियो रे संता रो साथ ।म्हारे बेडो लगा दीजो पार, मोहन मिलजा रे।
मोहन थारे कारण रे, लियो रे भगवो भेष ।
मोहन थारे कारण रे, घर घर अलख जगाय।
मोहन थारे कारण रे, छोड़या रे मायर बाप ।।म्हारे बेडो लगा दीजो पार, मोहन मिलजा रे।