तर्ज, झुमका गिरा रे
मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में। सब कुछ मिल गया सब कुछ मिल गया, सब कुछ मिल गया रे।मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में।मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में।
जो भी तेरे धाम पर आवे ,बाबा सब कुछ पावे। थारे धाम पर आकर बाबा, महारा जी लग जावे।। जब भी पुकारू तने बाबा, दौड़ा दौड़ा आवे। हां दौड़ा दौड़ा आवे। मने दर्शन मिल गया रे बाबा जी थारे धाम में। दर्शन मिल गया दर्शन मिल गया, दर्शन मिल गया रे।मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में।मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में।
सेवा थारी करता रहूं ,म्हारे को ऐसा वर दो। झोली खाली कब से पड़ी ,बाबा की झोली भर दो। करता रहूं गुणगान तुम्हारा, ऐसी कृपा कर दो। हां ऐसी कृपा कर दो। मैं नाचन लागया रे, खाटू जी थारे धाम में। नाचन लागया नाचन लागया, नाचन लागया रे।मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में।मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में।
सेठों का तुम सेठ सांवरा सबने सेठ बनाव।हार के जो भी दर पर आवे उसने गले लगावे। जिसने बाबा गले लगावे वह ना गिरने पावे। हां वह ना गिरने पावे। बुरा वक्त बदल गया रे बाबा जी थारे धाम में। सब कुछ मिल गया सब कुछ मिल गया, सब कुछ मिल गया रे।मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में।मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में।
मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में। सब कुछ मिल गया सब कुछ मिल गया, सब कुछ मिल गया रे।मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में।मने सब कुछ मिल गया है, खाटू वाले तेरे धाम में।