मेरा आन शिव मेरा बान शिव, मेरा प्राण तू ही है शिव शंभू।मेरा आन शिव मेरा बान शिव, मेरा प्राण तू ही है शिव शंभू।
धीरे-धीरे दुनिया से मैं दूर जा रहा हूं। तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।धीरे-धीरे दुनिया से मैं दूर जा रहा हूं। तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।
मेरा आन शिव मेरा बान शिव, मेरा प्राण तू ही है शिव शंभू।मेरा आन शिव मेरा बान शिव, मेरा प्राण तू ही है शिव शंभू।
स्वर्ग सी लगे वहां जो हवा है ।भक्तों की तेरी वही तो दवा है। सोच तुझे क्यों मैं मुस्कुराऊँ। उसमें ही अपना अलग ही मजा है। देखा था जो सपना साकार पा रहा हूं।तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।धीरे-धीरे दुनिया से मैं दूर जा रहा हूं। तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।
करपुर गौरम करुणावतारं, संसारसारं भुजगेंद्रहारम्, सदा वसंतम हृदयारविंद्र, भवन भवानी सहीतम नमामि। तेरे नाम की माला जप के, भव से पार जा रहा हूं।तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।धीरे-धीरे दुनिया से मैं दूर जा रहा हूं। तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।तुझसे मिलने बाबा मैं केदार आ रहा हूं।