आज भी कहते कल भी कहते, रोज यह कहते हैं। हम श्याम दीवाने हैं, श्याम की मौज में रहते हैं।हम श्याम दीवाने हैं, श्याम की मौज में रहते हैं।
क्या से क्या कर डाला मुझको ,जब से खाटू आया। नालायक था कर के लायक, पलकों पर है बिठाया। पलकों पर है बिठाया तुमने पलकों पर है बिठाया। खुद लाड़ करे सांवरिया, श्याम की गोद में बैठे है।हम श्याम दीवाने हैं, श्याम की मौज में रहते हैं।हम श्याम दीवाने हैं, श्याम की मौज में रहते हैं।
लखदातार हमारा, जो हारे का सहारा। खाटू में जो बैठा, हमको लगता प्यारा। हमको लगता प्यारा सांवरा, हमको लगता प्यारा। हम हैं तेरे बालक बड़ी जोर से कहते हैं।हम श्याम दीवाने हैं, श्याम की मौज में रहते हैं।हम श्याम दीवाने हैं, श्याम की मौज में रहते हैं।
ना जानू मेरे श्याम धनी को, क्या था मुझमें भाया। जो था पत्थर उसको भी, हीरे के भाग चलाया।हीरे के भाग चलाया।हीरे के भाग चलाया। मेरा श्याम लिखाये गौरव से, कौशल ये कहता है।हम श्याम दीवाने हैं, श्याम की मौज में रहते हैं।हम श्याम दीवाने हैं, श्याम की मौज में रहते हैं।
आज भी कहते कल भी कहते, रोज यह कहते हैं। हम श्याम दीवाने हैं, श्याम की मौज में रहते हैं।हम श्याम दीवाने हैं, श्याम की मौज में रहते हैं।